Airtel AI-Powered Spam Detection System – एयरटेल की AI स्पैम डिटेक्शन तकनीक क्या है?
भारत में मोबाइल यूज़र्स के लिए स्पैम कॉल्स और मैसेज एक बड़ी समस्या बन चुके हैं। ये सिर्फ झुंझलाहट का कारण नहीं बनते, बल्कि कई बार धोखाधड़ी का भी जोखिम पैदा करते हैं। इसे देखते हुए एयरटेल ने एक नई (Airtel AI-Powered Spam Detection System) AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित स्पैम डिटेक्शन सेवा लॉन्च की है। यह देश की पहली ऐसी सेवा है, जो स्पैम कॉल्स और मैसेज को रियल-टाइम में पहचानने और रोकने का काम करेगी। यह सेवा एयरटेल यूज़र्स के लिए पूरी तरह मुफ्त है और इसे इस्तेमाल करने के लिए किसी ऐप की आवश्यकता नहीं है। यह सुविधा अपने-आप एक्टिवेट हो जाती है, जिससे हर एयरटेल यूज़र को बिना किसी परेशानी के स्पैम से सुरक्षा मिलेगी।
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एयरटेल की AI स्पैम डिटेक्शन तकनीक क्या है?
Airtel AI-Powered Spam Detection System एक उन्नत तकनीक है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग करके स्पैम कॉल्स और मैसेज को पहचानती और रोकती है। यह सिस्टम एयरटेल द्वारा लॉन्च किया गया है और इसका उद्देश्य यूज़र्स को अनचाही कॉल्स और मैसेज से बचाना है। यह तकनीक भारत में पहली बार किसी टेलीकॉम कंपनी द्वारा शुरू की गई है और यह पूरी तरह मुफ्त है। यूज़र्स को इसे एक्टिवेट करने के लिए कोई ऐप डाउनलोड करने की ज़रूरत नहीं होती; यह सेवा अपने-आप सभी एयरटेल यूज़र्स के लिए उपलब्ध हो जाती है।
एयरटेल के AI-पावर्ड स्पैम डिटेक्शन सिस्टम की विशेषताएँ:
ऑटोमैटिक अलर्ट: यदि कोई कॉल या मैसेज संदिग्ध होता है, तो सिस्टम उसे “Suspected spam” के रूप में फ़्लैग कर देता है और आपको पहले ही सतर्क कर देता है, ताकि आप उसे ध्यान से हैंडल कर सकें।फ़्लैग कर देता है। इससे यूज़र को पहले ही जानकारी मिल जाती है कि यह कॉल या मैसेज स्पैम हो सकता है।
रियल-टाइम स्कैनिंग: यह सिस्टम हर कॉल और मैसेज को रियल-टाइम में स्कैन करता है। यह कॉल या मैसेज की फ्रीक्वेंसी, अवधि और भेजने वाले के व्यवहार जैसे पहलुओं की जांच करता है, ताकि स्पैम की पहचान की जा सके।
AI सिस्टम के दो सुरक्षा स्तर
Airtel AI-पावर्ड स्पैम डिटेक्शन सिस्टम में दो सुरक्षा स्तर शामिल हैं, जो यूज़र्स को अनचाही कॉल्स और मैसेज से बचाने के लिए काम करते हैं। ये सुरक्षा स्तर इस प्रकार हैं:
1. नेटवर्क स्तर (Network Layer):
यह सुरक्षा का पहला स्तर है। जब कोई कॉल या मैसेज यूज़र के डिवाइस तक पहुंचने से पहले एयरटेल के नेटवर्क से गुजरता है, तब AI सिस्टम इसे स्कैन करता है। इस स्तर पर, AI हर कॉल और मैसेज की फ्रीक्वेंसी (कितनी बार किया जा रहा है), भेजने वाले का व्यवहार, कॉल की अवधि जैसी जानकारी को जांचता है। अगर कोई भी गतिविधि संदिग्ध लगती है, तो सिस्टम उसे स्पैम के रूप में चिन्हित कर लेता है और यूज़र के पास पहुंचने से पहले ही अलर्ट जारी कर देता है।
2. आईटी सिस्टम स्तर (IT Systems Layer):
यह दूसरा और अंतिम सुरक्षा स्तर है, जहां पहले स्तर से गुजरने के बाद कॉल्स और मैसेजेस की पुन: जांच की जाती है। यहां AI और गहरी स्कैनिंग करता है, संदिग्ध पैटर्न और व्यवहारों की जांच करता है, और स्पैम को पहचानने के लिए अन्य सुरक्षा मापदंडों का उपयोग करता है। इस स्तर पर सिस्टम न केवल स्पैम को पहचानता है बल्कि मैसेज में मौजूद खतरनाक या संदिग्ध लिंक (URLs) को भी रियल-टाइम में स्कैन करके ब्लॉक करता है।
इन दोनों स्तरों के संयोजन से यह सिस्टम स्पैम कॉल्स और मैसेज को प्रभावी ढंग से रोकता है और यूज़र्स को सुरक्षित रखता है।
मालिशियस लिंक से बचाव: यदि किसी स्पैम मैसेज में कोई खतरनाक लिंक होता है, तो यह सिस्टम उसे स्कैन करके आपको चेतावनी देता है। एयरटेल ने ब्लैकलिस्टेड URLs का एक डेटाबेस तैयार किया है, जिससे हर मैसेज की जांच की जाती है।
धोखाधड़ी गतिविधियों की पहचान: यह सिस्टम असामान्य गतिविधियों जैसे IMEI नंबर में बार-बार बदलाव को पहचानने में भी सक्षम है, जो ठगी के इरादे से हो सकता है।
कितनी तेज़ी से काम करता है एयरटेल का AI सिस्टम?
एयरटेल का यह सिस्टम बेहद तेज़ी से काम करता है। यह हर दिन करीब 1.5 अरब मैसेज और 2.5 अरब कॉल को प्रोसेस करता है। यह रियल-टाइम में 1 ट्रिलियन डेटा रिकॉर्ड्स को प्रोसेस करने की क्षमता रखता है, जिससे यह लगातार स्पैम को रोकने का काम करता रहता है। एयरटेल का यह AI सिस्टम हर दिन लगभग 100 मिलियन स्पैम कॉल्स और 3 मिलियन स्पैम मैसेज की पहचान करता है और उन्हें रोकता है।
खतरनाक लिंक से सुरक्षा
स्पैम कॉल्स और मैसेज के अलावा, धोखाधड़ी वाले लिंक भी एक बड़ा खतरा होते हैं। एयरटेल का AI सिस्टम ऐसे लिंक की पहचान करने में भी सक्षम है। यदि कोई मैसेज स्पैम है और उसमें कोई संदिग्ध लिंक शामिल है, तो यह सिस्टम उसे स्कैन करके तुरंत आपको चेतावनी देगा। एयरटेल ने खतरनाक वेब पेजों की एक ब्लैकलिस्टेड URL डेटाबेस तैयार की है, जिसके आधार पर हर मैसेज को रियल-टाइम में स्कैन किया जाता है। इससे यूज़र्स गलती से किसी धोखाधड़ी वाले लिंक पर क्लिक करने से बच सकते हैं।
धोखाधड़ी गतिविधियों की पहचान
एयरटेल का यह AI सिस्टम न केवल स्पैम कॉल्स और मैसेज को रोकता है, बल्कि यह उन गतिविधियों को भी पहचान सकता है जो ठगी का संकेत हो सकती हैं। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी डिवाइस का IMEI नंबर बार-बार बदला जा रहा है, तो यह सिस्टम उसे पहचान लेता है और संभावित धोखाधड़ी से यूज़र को सुरक्षित रखने में मदद करता है।
स्पैम कॉल्स से लड़ने के लिए एयरटेल का कदम
एयरटेल के CEO, गोपाल विट्टल, ने इस तकनीक को लॉन्च करते हुए कहा, “स्पैम कॉल्स हमारे ग्राहकों के लिए एक बड़ा संकट बन गई हैं। हम पिछले 12 महीनों से इस समस्या को हल करने में जुटे थे। आज, हम देश का पहला AI-आधारित स्पैम-फ्री नेटवर्क लॉन्च कर रहे हैं, जो हमारे ग्राहकों को इस तरह की अनचाही कॉल्स और मैसेज से बचाएगा।”
सरकारी निर्देश और प्रमोशनल कॉल्स
इसके अलावा, सरकार ने सेवा और लेन-देन कॉल्स के लिए 160 से शुरू होने वाले 10-अंकों वाले नंबरों को निर्धारित किया है। इन नंबरों से आमतौर पर बैंक, बीमा कंपनियाँ, और वित्तीय संस्थान कॉल करते हैं। जो यूज़र्स Do Not Disturb (DND) सेवा के लिए पंजीकृत नहीं हैं, उन्हें प्रमोशनल कॉल्स भी मिलती रहेंगी, जिनका शुरुआती नंबर 140 होता है।
फीचर फोन के लिए अपडेट्स
यह सेवा फिलहाल स्मार्टफोन्स के लिए उपलब्ध है, लेकिन जल्द ही इसे फीचर फोन्स के लिए भी लॉन्च किया जाएगा। एयरटेल अन्य टेलीकॉम ऑपरेटर्स के साथ भी काम कर रहा है, ताकि सर्विस और प्रमोशनल कॉल्स को बेहतर तरीके से पहचाना जा सके।
Airtel AI-Powered Spam Detection System से मिलने वाले फायदे
- मुफ्त सेवा: यह सेवा पूरी तरह मुफ्त है और इसे एक्टिवेट करने के लिए किसी ऐप की ज़रूरत नहीं है। सभी एयरटेल यूज़र्स के लिए यह सेवा अपने-आप शुरू हो जाती है।
- स्पैम से सुरक्षा: यह सिस्टम हर दिन लाखों स्पैम कॉल्स और मैसेज को पहचानकर यूज़र्स को इससे सुरक्षित रखता है।
- खतरनाक लिंक से बचाव: मैसेज में आने वाले धोखाधड़ी वाले लिंक को पहचानकर यह आपको पहले ही सचेत कर देता है।
- असामान्य गतिविधियों की पहचान: धोखाधड़ी की गतिविधियों को पहचानने और रोकने में भी यह सिस्टम मददगार है।
निष्कर्ष:
एयरटेल की यह नई AI-आधारित स्पैम डिटेक्शन सेवा भारत के मोबाइल यूज़र्स के लिए एक बड़ी राहत है। यह सेवा बिना किसी परेशानी के यूज़र्स को स्पैम कॉल्स और मैसेज से सुरक्षित रखती है। इसके अलावा, यह यूज़र्स को खतरनाक लिंक और धोखाधड़ी वाली गतिविधियों से भी बचाने में सक्षम है। एयरटेल की इस पहल से न सिर्फ स्पैम कम होगा, बल्कि यूज़र्स की सुरक्षा भी बढ़ेगी।