Google के रैंकिंग सिस्टम में “Reliable Information Systems”

Google के रैंकिंग सिस्टम में “Reliable Information Systems” का मतलब उन वेबसाइट्स और ब्लॉग्स से है जो भरोसेमंद, सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करती हैं।

आज की डिजिटल दुनिया में सर्च इंजन का सबसे अहम हिस्सा है कि वह यूजर को सबसे सटीक और भरोसेमंद जानकारी प्रदान करे। Google का रैंकिंग सिस्टम इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए काम करता है। इसमें “Reliable Information Systems” यानी भरोसेमंद जानकारी सिस्टम की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। इस ब्लॉग में हम समझेंगे कि Reliable Information Systems का मतलब क्या है, यह Google के रैंकिंग सिस्टम में कैसे काम करता है और आप अपनी वेबसाइट को इस हिसाब से कैसे बेहतर बना सकते हैं।

Google’s Core Ranking Systems

  1. BERT:  Bidirectional Encoder Representations from Transformers
  2. Crisis information systems
  3. Deduplication systems
  4. Exact match domain system
  5. Freshness systems
  6. Link analysis systems and PageRank
  7. Local news systems
  8. MUM
  9. Neural matching
  10. Original content systems
  11. Removal-based demotion systems
  12. Passage ranking system
  13. RankBrain
  14. Reliable information systems
  15. Reviews system
  16. Site diversity system
  17. Spam detection systems

Reliable Information Systems क्या है?

“Reliable Information Systems” का मतलब ऐसी वेबसाइट्स और ऑनलाइन स्रोतों से है जो सटीक, प्रामाणिक और भरोसेमंद जानकारी प्रदान करते हैं। जब कोई यूजर Google पर कुछ खोजता है, तो Google यह सुनिश्चित करने की कोशिश करता है कि उन्हें सबसे विश्वसनीय और सही जानकारी मिले। इसके लिए Google विभिन्न संकेतकों (signals) का उपयोग करता है जो यह तय करते हैं कि कौन सी वेबसाइट भरोसेमंद है और कौन सी नहीं।

Google यह मानता है कि यदि आपकी वेबसाइट अच्छी गुणवत्ता वाली जानकारी देती है, सही स्रोतों से जुड़ी हुई है, और यूजर के लिए उपयोगी है, तो आपकी वेबसाइट को सर्च रिजल्ट में बेहतर रैंकिंग मिलेगी।

Google के रैंकिंग सिस्टम में Reliable Information Systems के 7 प्रमुख सिग्नल्स

  1. E-A-T (Expertise, Authoritativeness, Trustworthiness) Google अपनी रैंकिंग में E-A-T को सबसे ज्यादा महत्व देता है। इसका मतलब यह है कि आपकी वेबसाइट पर दी गई जानकारी विशेषज्ञता (Expertise), अधिकारिता (Authoritativeness) और विश्वसनीयता (Trustworthiness) पर आधारित होनी चाहिए। अगर आपकी वेबसाइट इन तीनों मापदंडों पर खरी उतरती है, तो Google उसे एक भरोसेमंद स्रोत मानेगा।कैसे करें सुधार:
    • अपनी वेबसाइट पर विषय से जुड़े एक्सपर्ट द्वारा जानकारी प्रदान करें।
    • स्रोतों को ठीक से उद्धृत करें और प्रमाणित जानकारी दें।
    • वेबसाइट को सुरक्षित और यूजर फ्रेंडली बनाएं।
  2. High-Quality Content Google उन वेबसाइट्स को प्राथमिकता देता है जिनकी जानकारी उपयोगी, सटीक और अच्छी तरह से लिखी गई हो। आपका कंटेंट न केवल सही होना चाहिए, बल्कि उसे यूजर की जरूरतों को भी पूरा करना चाहिए। इसके अलावा, नई और अपडेट की गई जानकारी Google के लिए ज्यादा मूल्यवान होती है।कैसे करें सुधार:
    • नियमित रूप से अपने कंटेंट को अपडेट करें।
    • विस्तार से लिखें और यूजर की समस्याओं का समाधान करें।
    • नए विषयों और ट्रेंड्स पर आधारित लेख लिखें।
  3. Backlinks जब दूसरी विश्वसनीय वेबसाइट्स आपकी वेबसाइट के लिंक करती हैं, तो यह Google के लिए एक संकेत होता है कि आपकी वेबसाइट भी भरोसेमंद है। इसे Backlinks कहते हैं। ज्यादा बैकलिंक्स मिलने से Google को यह लगता है कि आपकी जानकारी सही और महत्वपूर्ण है।कैसे करें सुधार:
    • अपने कंटेंट को इस तरह से लिखें कि दूसरी वेबसाइट्स आपके लिंक को साझा करें।
    • अपनी वेबसाइट को अन्य विश्वसनीय वेबसाइट्स से लिंक करवाने की कोशिश करें।
  4. User Engagement और Dwell Time Google यह भी देखता है कि जब यूजर आपकी वेबसाइट पर आते हैं, तो वे कितना समय वहां बिताते हैं। अगर यूजर्स आपकी वेबसाइट पर लंबे समय तक रुकते हैं और आपकी जानकारी को पढ़ते हैं, तो यह Google को एक संकेत देता है कि आपकी वेबसाइट विश्वसनीय है।कैसे करें सुधार:
    • ऐसी जानकारी प्रदान करें जो यूजर को लंबे समय तक बांधे रखे।
    • पेजों की लोडिंग स्पीड को सुधारें ताकि यूजर जल्दी से जानकारी तक पहुंच सकें।
  5. Technical Reliability (तकनीकी विश्वसनीयता) Google यह भी देखता है कि आपकी वेबसाइट तकनीकी रूप से कितनी सक्षम है। इसमें आपकी वेबसाइट की स्पीड, मोबाइल फ्रेंडली होना और सिक्योरिटी शामिल हैं। एक तेज, सुरक्षित और मोबाइल फ्रेंडली वेबसाइट को Google ज्यादा प्राथमिकता देता है।कैसे करें सुधार:
    • अपनी वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बनाएं।
    • HTTPS का उपयोग करें ताकि आपकी वेबसाइट सुरक्षित हो।
    • वेबसाइट की स्पीड को बेहतर बनाएं।
  6. Structured Data और Schema Markup Google को आपकी वेबसाइट के कंटेंट को समझने में मदद करने के लिए आप Structured Data और Schema Markup का उपयोग कर सकते हैं। यह आपकी वेबसाइट को बेहतर ढंग से Google के लिए प्रस्तुत करता है, जिससे आपकी वेबसाइट सर्च रिजल्ट में बेहतर दिखाई देती है।कैसे करें सुधार:
    • अपनी वेबसाइट पर Schema Markup का सही से उपयोग करें।
    • Google के दिशानिर्देशों के अनुसार Structured Data जोड़ें।
  7. User Feedback और Reviews यूजर्स के रिव्यू और फीडबैक भी Google के लिए एक महत्वपूर्ण संकेतक होते हैं। अगर आपकी वेबसाइट या आपके बिजनेस को अच्छे रिव्यू मिलते हैं, तो Google इसे आपके विश्वसनीयता के रूप में देखता है।कैसे करें सुधार:
    • यूजर्स को अपनी वेबसाइट पर या गूगल बिजनेस प्रोफाइल पर रिव्यू देने के लिए प्रोत्साहित करें।
    • नकारात्मक रिव्यूज का सही ढंग से जवाब दें और उनमें सुधार करें।

Reliable Information Systems से SEO में सुधार कैसे करें?

अगर आप चाहते हैं कि आपकी वेबसाइट Google के रैंकिंग सिस्टम में अच्छा प्रदर्शन करे, तो आपको इन संकेतकों पर काम करना होगा। इसका मतलब है कि आप सही जानकारी दें, तकनीकी रूप से सक्षम वेबसाइट बनाएं और यूजर्स का भरोसा जीतें। जब आपकी वेबसाइट इन मानकों पर खरी उतरती है, तो Google आपको अपनी सर्च रैंकिंग में ऊपर ले जाएगा, जिससे आपकी वेबसाइट पर अधिक ट्रैफिक आएगा।

निष्कर्ष

Google का रैंकिंग सिस्टम यूजर्स को सबसे सही और प्रामाणिक जानकारी देने के लिए लगातार अपडेट होता रहता है। “Reliable Information Systems” Google के रैंकिंग एल्गोरिदम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो यह सुनिश्चित करता है कि यूजर को सबसे बेहतर जानकारी मिले। अगर आप अपनी वेबसाइट को इस हिसाब से ऑप्टिमाइज़ करते हैं, तो आपकी रैंकिंग में सुधार होगा और आपकी वेबसाइट Google पर बेहतर प्रदर्शन करेगी।

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.