Google Freshness System Algorithm – Google Ranking Signal Series 5

Google Freshness System Algorithm - Google Ranking Signal Series 5 1

इस आर्टिकल में हम Google Freshness System Algorithm के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे और जानेंगे कि यह कैसे काम करता है। दोस्तों, यह हमारी Google Ranking Signal Series का 5वां आर्टिकल है, जिसमें हम Google के पांचवें महत्वपूर्ण रैंकिंग सिग्नलFreshness System के बारे में जानेंगे।

हाल ही में, Google ने पहली बार अपनी रैंकिंग सिग्नल्स की पूरी लिस्ट पब्लिश की है, जिनके आधार पर वह वेबसाइट्स को सर्च रिजल्ट्स में रैंक करता है। हमने इस सीरीज में सभी रैंकिंग सिग्नल्स को एक-एक करके समझाया है। यदि आप SEO के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं या अपनी वेबसाइट को सर्च इंजन पर सबसे ऊपर देखना चाहते हैं, तो इन रैंकिंग फैक्टर्स को समझना आपके लिए बेहद जरूरी है।

याद रखें, अगर आप इस सीरीज के केवल एक आर्टिकल को पढ़ते हैं और पूरे सिग्नल्स की जानकारी नहीं लेते, तो इसका पूरा लाभ आपको नहीं मिलेगा। इसलिए, अगर आप सचमुच SEO में आगे बढ़ना चाहते हैं, तो इस सीरीज के सभी आर्टिकल्स को क्रम से पढ़ें और समझें।

Google’s Core Ranking Systems

  1. BERT: Bidirectional Encoder Representations from Transformers
  2. Crisis information systems
  3. Deduplication systems
  4. Exact match domain system
  5. Freshness systems
  6. Link analysis systems and PageRank
  7. Local news systems
  8. MUM
  9. Neural matching
  10. Original content systems
  11. Removal-based demotion systems
  12. Passage ranking system
  13. RankBrain
  14. Reliable information systems
  15. Reviews system
  16. Site diversity system
  17. Spam detection systems

Google Freshness System Algorithm क्या है ?

Google Freshness System Algorithm Google का एक रैंकिंग संकेत (ranking signal) है, जो हाल के और नए कंटेंट को प्राथमिकता देता है। इसका मतलब यह है कि Google उन वेबसाइट्स को ज़्यादा महत्व देता है जिनमें ताज़ा (fresh) और अपडेटेड जानकारी होती है। गूगल ने इसे नवंबर 2011 में अनाउंस किया था।

आसान भाषा में:

  • जब आप Google पर कुछ सर्च करते हैं, तो Google यह देखता है कि कौन सी वेबसाइट पर सबसे नया और ताज़ा कंटेंट है।
  • खासकर ऐसी सर्च क्वेरीज़ के लिए जो ट्रेंडिंग या ताज़ा जानकारी से संबंधित हों, जैसे न्यूज़, इवेंट्स, टेक्नोलॉजी अपडेट्स, आदि।
  • अगर आपकी वेबसाइट पर पुरानी जानकारी है, तो Google उसे पीछे कर सकता है और ताज़ी जानकारी वाली वेबसाइट को ऊपर दिखा सकता है।

इसलिए, अगर आपकी वेबसाइट पर रेगुलर अपडेट्स होते हैं या आप नए आर्टिकल्स पोस्ट करते रहते हैं, तो Google Freshness Algorithm आपकी वेबसाइट की रैंकिंग बेहतर कर सकता है।

Google Freshness System एल्गोरिदम कैसे काम करता है?

Google यह तय करने के लिए कुछ चीज़ों को देखता है कि किसी पेज पर जानकारी कितनी ताज़ा है:

  1. पेज को आखिरी बार कब अपडेट किया गया: अगर किसी पेज पर हाल ही में बदलाव या अपडेट किया गया है, तो Google उसे ताज़ा मानेगा।
  2. अपडेट्स की Frequency: यानी कितनी बार पेज पर जानकारी अपडेट की जाती है। अगर आप बार-बार नई जानकारी जोड़ते हैं या पुरानी जानकारी को सुधारते हैं, तो Google आपकी वेबसाइट को ज़्यादा ताज़ा मानता है।
  3. पेज की लोकप्रियता (Popularity): अगर आपके पेज पर ज़्यादा लोग आते हैं और उसे शेयर करते हैं, तो Google उसे महत्वपूर्ण और ताज़ा मान सकता है।
  4. सर्च क्वेरी से मेल (Relevance): आपकी वेबसाइट का कंटेंट उस सर्च क्वेरी के साथ कितना मेल खाता है। जैसे अगर कोई “नया स्मार्टफोन लॉन्च” सर्च करता है, तो ताज़ा जानकारी वाली वेबसाइट्स को ज़्यादा महत्व दिया जाएगा।

यह कब काम करता है?

Google हर सर्च के लिए Freshness Algorithm का इस्तेमाल नहीं करता। यह ताज़ा और बदलती जानकारी वाले टॉपिक्स, जैसे न्यूज़, ट्रेंड्स, नई टेक्नोलॉजी, या लाइव इवेंट्स के लिए ज़्यादा कारगर होता है। लेकिन अगर सर्च क्वेरी इतिहास (history) या पुराने स्थिर विषयों पर है, तो Google इस एल्गोरिदम का उपयोग नहीं करता।

Freshness को कैसे बढ़ा सकते हैं?

  1. नियमित रूप से अपडेट करें: अपनी वेबसाइट पर कंटेंट को नियमित रूप से अपडेट करें ताकि Google को लगे कि जानकारी ताज़ा है।
  2. Title और Meta Description में तारीख जोड़ें: अपने आर्टिकल या पेज की हेडिंग और विवरण में हाल की तारीख डालें ताकि लोग जान सकें कि यह नई जानकारी है।
  3. सोशल मीडिया पर प्रमोशन करें: सोशल मीडिया पर अपना कंटेंट शेयर करें। इससे आपके पेज की लोकप्रियता बढ़ेगी, और Google को लगेगा कि यह जानकारी प्रासंगिक है।
  4. अच्छे Backlinks प्राप्त करें: जब दूसरी बड़ी और गुणवत्ता वाली वेबसाइट्स आपकी वेबसाइट का लिंक करती हैं, तो यह Google को संकेत देता है कि आपकी जानकारी ताज़ा और महत्वपूर्ण है।

Google Freshness System Algorithm का SEO पर प्रभाव

Google Freshness System Algorithm का SEO (Search Engine Optimization) पर असर इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी वेबसाइट किस तरह का कंटेंट प्रदान करती है और उस कंटेंट की ताजगी कितनी महत्वपूर्ण है। इसको आसान भाषा में समझते हैं:

Freshness System का असर SEO पर कैसे पड़ता है?

जब Google किसी सर्च क्वेरी को ताज़गी की ज़रूरत महसूस करता है, यानी अगर उसे लगता है कि उस सर्च के लिए नए और ताजे कंटेंट की ज़रूरत है, तब वह ताजे पेजों को सर्च रिजल्ट्स में ऊपर दिखाता है। इसे “Query Deserves Freshness” कहते हैं। ऐसे टॉपिक्स अक्सर न्यूज, ट्रेंडिंग इवेंट्स, टेक्नोलॉजी अपडेट्स, या कुछ ऐसे मुद्दे होते हैं जो अक्सर बदलते रहते हैं।

लेकिन यह हर वेबसाइट पर लागू नहीं होता है।

उदाहरण:

अगर आपकी वेबसाइट Cooking Recipes से जुड़ी है और आपने Paneer Butter Masala की रेसिपी लिखी है, तो उसे बार-बार अपडेट करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि यह एक स्थिर (static) जानकारी है, जो मौसम या समय के साथ नहीं बदलती। इसीलिए, Freshness System Algorithm इस पर असर नहीं डालेगा, और इसे अपडेट करने से SEO में कोई बड़ा फायदा नहीं होगा।

दूसरी ओर, अगर आपकी वेबसाइट किसी News या Technology Updates से जुड़ी है, तो आपको लगातार नए और ताजे कंटेंट डालने की ज़रूरत होगी, क्योंकि ऐसे विषयों पर जानकारी तेजी से बदलती है और Google उन्हीं को प्राथमिकता देता है जो लेटेस्ट जानकारी प्रदान करते हैं।

क्या हर पेज को अपडेट करना ज़रूरी है?

नहीं। Google Freshness Algorithm हर प्रकार के कंटेंट पर लागू नहीं होता है। अगर आपकी वेबसाइट पर ऐसा कंटेंट है जो समय के साथ नहीं बदलता, जैसे पुरानी रेसिपी या इतिहास की जानकारी, तो उसे बार-बार अपडेट करने की ज़रूरत नहीं है।

उदाहरण के लिए:

  • Historical topics (जैसे भारत का इतिहास) पर कंटेंट पुराना हो सकता है, क्योंकि समय के साथ इस जानकारी में बदलाव नहीं होता।
  • Recipes या स्थायी जानकारी को बार-बार अपडेट करने की ज़रूरत नहीं होती।

अपनी वेबसाइट को Freshness System के लिए Optimize कैसे करें?

अगर आपकी वेबसाइट ऐसा कंटेंट प्रदान करती है, जिसे समय-समय पर अपडेट करने की ज़रूरत है, तो आपको निम्नलिखित टिप्स को फॉलो करना चाहिए:

  1. नियमित रूप से अपडेट करें: अगर आपकी वेबसाइट पर ऐसा कंटेंट है जो लगातार बदलता रहता है (जैसे न्यूज़ या ट्रेंडिंग टॉपिक्स), तो आपको उसे नियमित रूप से अपडेट करना चाहिए।
  2. Title और Meta Description में ताजगी दिखाएं: अपने कंटेंट के शीर्षक और विवरण में ताज़ा जानकारी या तारीख जोड़ें ताकि Google और उपयोगकर्ता दोनों जान सकें कि यह हाल की जानकारी है।
  3. समाचार या ट्रेंडिंग विषयों पर ध्यान दें: अगर आपकी वेबसाइट न्यूज़ या ट्रेंडिंग टॉपिक्स पर केंद्रित है, तो उसे लगातार अपडेट करें और नए तथ्य या रिपोर्ट्स जोड़ें।
  4. अच्छे Backlinks प्राप्त करें: उच्च गुणवत्ता वाली वेबसाइट्स से लिंक प्राप्त करें। यह Google को बताता है कि आपकी जानकारी ताजा और प्रासंगिक है।

कैसे पता करें कि आपकी वेबसाइट को Freshness की ज़रूरत है?

अगर आपकी वेबसाइट या टॉपिक पर निम्नलिखित बातें लागू होती हैं, तो आपको ताजगी पर ध्यान देना चाहिए:

  1. ब्लॉग्स और मैगजीन्स में कवर हो रहा है: अगर आपके विषय पर ब्लॉग्स या मैगजीन्स लगातार लिख रहे हैं, तो यह एक संकेत हो सकता है कि आपकी वेबसाइट पर भी ताज़गी की ज़रूरत है।
  2. न्यूज साइट्स पर चर्चा हो रही है: अगर आपके विषय को न्यूज़ वेबसाइट्स भी कवर कर रही हैं, तो यह ट्रेंडिंग हो सकता है और ताजा जानकारी प्रदान करना महत्वपूर्ण हो जाता है।
  3. लोग उस विषय पर लगातार सर्च कर रहे हैं: अगर कोई टॉपिक अचानक पॉपुलर हो रहा है और लोग उसे अधिक सर्च कर रहे हैं, तो यह एक और संकेत है कि ताज़ा कंटेंट जोड़ने की ज़रूरत है।

क्या फ्रेश कंटेंट हमेशा रैंक होता है ?

Fresh Content हर वेबसाइट के लिए जरूरी नहीं होता, लेकिन कुछ मामलों में यह आपकी वेबसाइट की रैंकिंग को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी वेबसाइट किस प्रकार का कंटेंट प्रदान करती है और उस कंटेंट की freshness कितनी महत्वपूर्ण है।

कब फ्रेश कंटेंट ज़रूरी होता है?

Trending Topics और News:

अगर आपकी वेबसाइट न्यूज़, ट्रेंडिंग इवेंट्स, या समय-समय पर बदलने वाले टॉपिक्स को कवर करती है, तो ताज़ा कंटेंट बहुत महत्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए, टेक्नोलॉजी अपडेट्स, नए प्रोडक्ट लॉन्च, या राजनीति से जुड़ी खबरें। Google Freshness Algorithm ऐसे टॉपिक्स पर अपडेटेड और ताज़ी जानकारी को प्राथमिकता देता है।

FAQs और How-To गाइड्स:

कुछ विषय, जैसे FAQs या How-To गाइड्स, जो समय के साथ बदल सकते हैं, उनके लिए भी ताजगी जरूरी हो सकती है। उदाहरण के लिए, अगर आपके पास किसी सॉफ़्टवेयर का उपयोग करने पर गाइड है और उस सॉफ़्टवेयर में नए फीचर्स जोड़े गए हैं, तो आपको अपने कंटेंट को अपडेट करना चाहिए।

E-Commerce और Product Pages:

अगर आपकी वेबसाइट ई-कॉमर्स से जुड़ी है, तो नए प्रोडक्ट्स या ऑफ़र्स के साथ अपडेटेड जानकारी को प्राथमिकता दी जाती है। इससे यूज़र्स को आपकी वेबसाइट पर लेटेस्ट और प्रासंगिक जानकारी मिलती है।

कब ताज़ा कंटेंट जरूरी नहीं होता?

स्टेटिक (स्थिर) जानकारी:

यदि आपकी वेबसाइट ऐसे विषयों पर आधारित है, जो समय के साथ नहीं बदलते, जैसे रेसिपीज़, इतिहास, या पारंपरिक गाइड्स, तो बार-बार ताजा कंटेंट जोड़ने की ज़रूरत नहीं होती। उदाहरण के लिए, अगर आपकी वेबसाइट पर Paneer Butter Masala की रेसिपी है, तो इसे बार-बार अपडेट करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इस प्रकार की जानकारी स्थिर होती है।

Evergreen Content:

कुछ जानकारी “evergreen” होती है, यानी वह लंबे समय तक प्रासंगिक रहती है। जैसे “SEO कैसे काम करता है” या “कैसे अपनी वेबसाइट शुरू करें” जैसी गाइड्स। यह कंटेंट पुराना होने के बावजूद प्रासंगिक रह सकता है और इसकी ताजगी पर उतना असर नहीं पड़ता।

ताज़ा कंटेंट क्यों मदद कर सकता है?

  • User Engagement: नए और अपडेटेड कंटेंट से यूजर्स को लगता है कि आपकी वेबसाइट वर्तमान और प्रासंगिक जानकारी प्रदान कर रही है।
  • SEO Boost: Google के Freshness Algorithm को ध्यान में रखते हुए, ताजगी वाली जानकारी अधिक संभावित होती है कि वह सर्च रिजल्ट्स में ऊपर दिखाई देगी। खासकर अगर यह ट्रेंडिंग टॉपिक से संबंधित है।

Google Freshness System Algorithm FAQ’s

Google Freshness System Algorithm क्या है?

Google का Freshness System Algorithm एक ऐसा एल्गोरिथ्म है जो खोज परिणामों में ताज़ा और प्रासंगिक सामग्री को प्राथमिकता देता है। इसका मतलब है कि जब आप कोई खोज करते हैं तो Google उन वेबसाइटों को ऊपर दिखाएगा जिनकी सामग्री हाल ही में अपडेट की गई है, खासकर उन विषयों पर जहां ताज़ा जानकारी महत्वपूर्ण होती है जैसे कि समाचार, ट्रेंडिंग टॉपिक्स, या तेजी से बदलते विषय।

Freshness Algorithm कैसे काम करता है?

यह एल्गोरिथ्म कई फैक्टर्स को ध्यान में रखता है, जैसे:
कंटेंट की उम्र: हाल ही में प्रकाशित सामग्री को प्राथमिकता दी जाती है।
Frequency of updates: जो वेबसाइटें अपनी सामग्री को नियमित रूप से अपडेट करती हैं, उन्हें अधिक महत्व दिया जाता है।
कंटेंट की गुणवत्ता: ताज़ा होने के साथ-साथ कंटेंट की गुणवत्ता भी मायने रखती है।
संबंधित खोज: यूज़र्स किस तरह की खोज कर रहा है, इसके आधार पर ताज़गी का स्तर निर्धारित होता है।

किन प्रकार की कंटेंट के लिए Freshness Algorithm महत्वपूर्ण है?

यह एल्गोरिथ्म उन विषयों के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण है जहां जानकारी तेजी से बदलती रहती है, जैसे:
समाचार और करंट अफेयर्स
तकनीक
वित्त (फाइनेंस )
मनोरंजन

मैं अपने कंटेंट की फ्रेशनेस कैसे बढ़ा सकता हूँ?

अपने कंटेंट की फ्रेशनेस बढ़ाने के लिए आप ये कदम उठा सकते हैं:
नियमित रूप से अपडेट करें: अपनी वेबसाइट पर नियमित रूप से नई कंटेंट पब्लिश करें।
पुराने लेखों को अपडेट करें: पुराने लेखों को समय-समय पर अपडेट करें ताकि वे फ्रेश रहें।
ब्रेकिंग न्यूज़ और ट्रेंडिंग टॉपिक्स को कवर करें: उन विषयों को कवर करें जो वर्तमान में ट्रेंड कर रहे हैं।
Internal Linking का उपयोग करें: अपने नए लेखों को पुराने लेखों से जोड़ें।
सोशल मीडिया पर प्रचार करें: अपनी नई सामग्री को सोशल मीडिया पर साझा करें।

क्या Freshness Algorithm एकमात्र महत्वपूर्ण रैंकिंग Factor है?

नहीं, Freshness Algorithm एकमात्र महत्वपूर्ण Ranking Factor नहीं है। Google कई अन्य कारकों को भी ध्यान में रखता है, जैसे कि:
कंटेंट की गुणवत्ता
बैकलिंक्स
कीवर्ड ऑप्टिमाइज़ेशन
यूजर अनुभव

मैं अपनी कंटेंट की ताज़गी कैसे ट्रैक कर सकता हूँ?

आप Google Search Console जैसे टूल का उपयोग करके अपनी कंटेंट की ताज़गी ट्रैक कर सकते हैं। यह टूल आपको दिखाएगा कि Google ने आपकी कंटेंट को कब इंडेक्स किया था।

क्या सभी प्रकार की वेबसाइटों के लिए Freshness Algorithm महत्वपूर्ण है?

नहीं, सभी प्रकार की वेबसाइटों के लिए Freshness Algorithm महत्वपूर्ण नहीं है। उदाहरण के लिए, ऐतिहासिक विषयों पर आधारित वेबसाइटों के लिए ताज़गी उतनी महत्वपूर्ण नहीं होती है।

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