RankBrain: Google का शक्तिशाली रैंकिंग सिग्नल

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Google के सर्च एल्गोरिथ्म में कई सिग्नल्स काम करते हैं, जो यह तय करते हैं कि कौन-सी वेबसाइट्स और पेजेज सर्च रिजल्ट्स में ऊपर आएंगे। इन रैंकिंग सिग्नल्स में से एक महत्वपूर्ण सिग्नल है RankBrain। RankBrain एक मशीन लर्निंग (machine learning) आधारित एआई (AI) सिस्टम है, जो Google को यह समझने में मदद करता है कि यूजर की सर्च क्वेरी के पीछे का इरादा (user intent) क्या है, और उसे सबसे प्रासंगिक परिणाम कैसे दिखाए जाएं।

इस ब्लॉग में हम RankBrain क्या है, यह कैसे काम करता है, और इसके SEO पर क्या प्रभाव पड़ता है, इन सभी बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

oogle’s Core Ranking Systems

  1. BERT:  Bidirectional Encoder Representations from Transformers
  2. Crisis information systems
  3. Deduplication systems
  4. Exact match domain system
  5. Freshness systems
  6. Link analysis systems and PageRank
  7. Local news systems
  8. MUM
  9. Neural matching
  10. Original content systems
  11. Removal-based demotion systems
  12. Passage ranking system
  13. RankBrain
  14. Reliable information systems
  15. Reviews system
  16. Site diversity system
  17. Spam detection systems

RankBrain क्या है?

RankBrain Google का एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग आधारित सिस्टम है, जिसे 2015 में लॉन्च किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य यह समझना है कि यूजर की सर्च क्वेरी के पीछे असली मतलब क्या है, ताकि उसे सही और सटीक रिजल्ट्स दिखाए जा सकें।

जब यूजर कुछ सर्च करता है, तो Google को यह समझने में मदद मिलती है कि सर्च की गई क्वेरी का सही संदर्भ क्या है, और वह उस क्वेरी के लिए सबसे प्रासंगिक पेजेज को प्राथमिकता देता है। यह एल्गोरिथ्म Google को उन खोज क्वेरीज को समझने में मदद करता है जिन्हें पहले कभी नहीं सर्च किया गया है या जो बहुत ही यूनिक हैं।

RankBrain का मुख्य कार्य यह है कि यह उपयोगकर्ताओं के सर्च क्वेरीज को समझकर, उनके द्वारा किए गए सर्च का सबसे सटीक परिणाम दिखाता है। Google RankBrain दो मुख्य कार्य करता है:

  1. सर्च क्वेरीज को समझना (जिनमें पहले कभी सर्च न किए गए शब्द भी शामिल होते हैं)।
  2. उपयोगकर्ताओं की इंटरैक्शन का मापन करना (क्या उपयोगकर्ताओं को परिणाम पसंद आया या नहीं)।

RankBrain कैसे काम करता है?

RankBrain सर्च रिजल्ट्स को बेहतर बनाने के लिए निम्नलिखित तरीकों से काम करता है:

इसका काम मुख्य रूप से दो हिस्सों में बांटा गया है:

1. सर्च क्वेरी (खोज शब्दों) को समझना

RankBrain का पहला काम उपयोगकर्ताओं के द्वारा सर्च किए गए शब्दों को समझना है, खासकर वे शब्द जो पहले कभी Google ने नहीं देखे होते। उदाहरण के लिए, अगर कोई उपयोगकर्ता “Sony द्वारा विकसित ग्रे कंसोल” खोजता है, तो RankBrain यह समझता है कि इसका मतलब “PlayStation” हो सकता है, क्योंकि यह पहले से “Nintendo द्वारा विकसित ग्रे कंसोल” जैसी खोजों से परिचित होता है। यह पुराने और नए शब्दों के बीच संबंध स्थापित करता है, जिससे Google उपयोगकर्ता की वास्तविक खोज के पीछे के उद्देश्य को समझ सकता है।

2. यूजर की प्रतिक्रिया का मूल्यांकन करना

RankBrain का दूसरा काम यह देखना है कि उपयोगकर्ता किस प्रकार से खोज परिणामों के साथ इंटरैक्ट कर रहे हैं। यह यूजर एक्सपीरियंस सिग्नल्स (जैसे कि ऑर्गेनिक क्लिक-थ्रू रेट, ड्वेल टाइम, बाउंस रेट, और पोगो-स्टिकिंग) के आधार पर निर्णय लेता है कि कोई पेज अच्छा है या नहीं। उदाहरण के लिए, अगर कोई उपयोगकर्ता एक परिणाम पर क्लिक करके तुरंत बैक बटन दबाता है और दूसरे परिणाम की ओर बढ़ता है (इसे पोगो-स्टिकिंग कहा जाता है), तो RankBrain इसे एक नकारात्मक संकेत मानता है। लेकिन अगर उपयोगकर्ता किसी पेज पर अधिक समय बिताता है, तो इसे एक सकारात्मक संकेत के रूप में माना जाता है, और उस पेज की रैंकिंग को बेहतर किया जा सकता है।

मुख्य बातें:

  • RankBrain पुराने कीवर्ड-मैचिंग की जगह नए तरीकों से उपयोगकर्ता की खोज की मंशा को समझता है।
  • यह स्वचालित रूप से एल्गोरिदम को ट्वीक करता है और फिर उपयोगकर्ताओं की प्रतिक्रिया को देखकर सुधार करता है।
  • इसका मुख्य फोकस यह है कि उपयोगकर्ताओं को वह जानकारी मिले जो वे वास्तव में खोज रहे हैं, न कि केवल कीवर्ड मैचिंग।

एक उदाहरण:

मान लीजिए आपने Google पर सर्च किया, “मुंबई में सबसे अच्छा इटालियन रेस्टोरेंट कौन सा है?”

Traditional Search: पहले, Google केवल आपके द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्दों “मुंबई” और “इटालियन रेस्टोरेंट” के आधार पर परिणाम दिखाता था।

RankBrain: अब, RankBrain इस सवाल को समझने के लिए कई कारकों पर विचार करेगा, जैसे कि:

“मुंबई” और “इटालियन रेस्टोरेंट” शब्दों का अर्थ

इसी तरह के सवालों के लिए उपयोगकर्ताओं ने किस तरह के परिणामों पर क्लिक किया है

मुंबई में लोकप्रिय इटालियन रेस्टोरेंट कौन-कौन से हैं

इस जानकारी के आधार पर, RankBrain यह तय करेगा कि आपके लिए सबसे प्रासंगिक परिणाम क्या होगा। हो सकता है कि RankBrain आपको मुंबई के कुछ लोकप्रिय इटालियन रेस्टोरेंटों के बारे में जानकारी दिखाए, साथ ही उनके रिव्यू और रेटिंग भी।

RankBrain का SEO पर प्रभाव

RankBrain के आने से SEO की दुनिया में कई बदलाव आए हैं। अब वेबसाइट्स को केवल कीवर्ड्स पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत नहीं है, बल्कि उन्हें यूजर के इरादे (intent) पर भी ध्यान देना होता है। आइए जानते हैं RankBrain का SEO पर क्या प्रभाव पड़ा है:

RankBrain का SEO (Search Engine Optimization) पर बड़ा प्रभाव पड़ा है क्योंकि इसने सर्च इंजन परिणामों (SERPs) को अधिक स्मार्ट और यूजर-सेंट्रिक बना दिया है। RankBrain के आने के बाद SEO के नियम और तरीके बदल गए हैं, खासकर उन पहलुओं में जो वेबसाइटों की रैंकिंग को प्रभावित करते हैं। इसके प्रभाव को समझने के लिए कुछ प्रमुख बिंदुओं पर गौर करें:

1. कीवर्ड पर फोकस में बदलाव

पहले SEO मुख्य रूप से कीवर्ड मैट्रिक से संचालित होता था, यानी एक वेबसाइट को ऊपर लाने के लिए विशेष कीवर्ड्स को बार-बार इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन RankBrain ने कीवर्ड स्टफिंग (बहुत अधिक कीवर्ड डालना) की आवश्यकता को कम कर दिया है। अब Google की समझ में केवल वही पेज नहीं आता है जो सटीक कीवर्ड का उपयोग कर रहा है, बल्कि उन पेजों को भी प्राथमिकता दी जाती है जो समानार्थी शब्दों (Synonyms) और संबंधित विषयों का उपयोग करते हैं।

  • उदाहरण: यदि आप “best laptops for gaming” खोजते हैं, तो RankBrain उन पेजों को भी उठा सकता है जो “gaming laptops under budget” या “top gaming laptops for 2024” जैसे कीवर्ड का उपयोग करते हैं। यह सटीक शब्दों से अधिक संदर्भ को समझता है।

2. सर्च इंटेंट पर फोकस

RankBrain ने सर्च इंजन की समझ को इस दिशा में ले जाया कि उपयोगकर्ता केवल कीवर्ड्स नहीं, बल्कि मंशा (Search Intent) के आधार पर परिणाम प्राप्त करना चाहते हैं। इसलिए SEO में अब यह जरूरी हो गया है कि आप केवल कीवर्ड पर ध्यान न दें, बल्कि यह भी समझें कि उपयोगकर्ता क्या प्राप्त करना चाहता है।

  • उदाहरण: अगर कोई यूजर “how to make a website” खोजता है, तो RankBrain को यह समझ में आ सकता है कि वह यूजर एक गाइड, ट्यूटोरियल, या टूल की तलाश में है। इसलिए, ऐसे पेज जो उस इंटेंट को पूरा करते हैं, उन्हें प्राथमिकता मिलेगी।

3. कंटेंट की क्वालिटी और उपयोगिता

RankBrain के आने के बाद Google की एल्गोरिदम और ज्यादा कंटेंट की क्वालिटी पर ध्यान देने लगे हैं। अब यह जरूरी है कि आपका कंटेंट अधिक जानकारीपूर्ण, यूजर-फ्रेंडली, और संदर्भ से जुड़ा हो। SEO में अब यह महत्वपूर्ण हो गया है कि आप ऐसी सामग्री तैयार करें जो उपयोगकर्ता के सवालों का सटीक और उपयोगी उत्तर देती हो।

  • उदाहरण: अगर आपका पेज “how to lose weight fast” के लिए रैंक करना चाहता है, तो केवल मोटे-मोटे उपायों से काम नहीं चलेगा। आपको डिटेल्ड गाइड, स्टेप्स, और वास्तविक जीवन के उदाहरण देने होंगे, ताकि RankBrain इसे एक उपयोगी कंटेंट के रूप में पहचान सके।

4. यूजर बिहेवियर सिग्नल्स पर फोकस

RankBrain वेबसाइट रैंकिंग के लिए यूजर बिहेवियर पर भी नजर रखता है, जैसे कि:

  • क्लिक-थ्रू रेट (CTR): कितने लोग आपकी वेबसाइट पर क्लिक कर रहे हैं।
  • ड्वेल टाइम: यूजर आपकी साइट पर कितना समय बिताता है।
  • बाउंस रेट: कितने लोग आपकी साइट पर आकर बिना किसी इंटरैक्शन के वापस चले जाते हैं।

ये संकेतक बताते हैं कि आपकी साइट का कंटेंट कितना उपयोगी और प्रासंगिक है। अगर लोग आपकी साइट पर लंबे समय तक रुकते हैं और कंटेंट के साथ इंटरैक्ट करते हैं, तो यह RankBrain के लिए एक सकारात्मक संकेत होता है, और आपकी रैंकिंग बढ़ सकती है।

5. मोबाइल और वॉयस सर्च की अहमियत

RankBrain के आने के बाद, मोबाइल-फ्रेंडली वेबसाइट्स और वॉयस सर्च ऑप्टिमाइजेशन की भी अहमियत बढ़ गई है। वॉयस सर्च में उपयोगकर्ता सामान्य बातचीत की भाषा में सवाल पूछते हैं, जैसे “What is the best place to eat pizza near me?” RankBrain इन क्वेरीज़ को समझने में सक्षम है, और इसने SEO के लिए वेबसाइटों को प्राकृतिक भाषा और लंबी-पूंछ वाले कीवर्ड्स के लिए ऑप्टिमाइज़ करना जरूरी बना दिया है।

  • मोबाइल-फ्रेंडली डिजाइन: अब Google मोबाइल-फ्रेंडली वेबसाइटों को प्राथमिकता देता है, क्योंकि अधिकांश सर्च अब मोबाइल डिवाइसेस पर होती हैं।

6. लगातार अपडेट और अनुकूलन

RankBrain एक मशीन लर्निंग एल्गोरिदम है, जिसका मतलब है कि यह लगातार खुद को अपडेट करता है और सर्च परिणामों को बेहतर बनाने के लिए अपने पैटर्न बदलता रहता है। इसलिए SEO रणनीतियाँ जो एक समय में काम करती थीं, वे हमेशा काम नहीं कर सकतीं। आपको नियमित रूप से अपने कंटेंट और वेबसाइट की प्रदर्शन को ट्रैक और अनुकूलित करते रहना होगा।

RankBrain के लिए ब्लॉग या वेबसाइट को कैसे ऑप्टिमाइज़ करें?

RankBrain के लिए अपनी ब्लॉग या वेबसाइट को ऑप्टिमाइज़ करना एक स्मार्ट SEO रणनीति का हिस्सा है, जो आपकी साइट को उपयोगकर्ताओं के सर्च इंटेंट के आधार पर बेहतर रैंक दिलाने में मदद करता है। RankBrain Google का मशीन लर्निंग एल्गोरिदम है, जो सर्च क्वेरीज़ को समझने और सबसे प्रासंगिक परिणाम देने के लिए डिजाइन किया गया है। इसे ध्यान में रखते हुए, निम्नलिखित बिंदु आपके ब्लॉग या वेबसाइट को RankBrain के लिए बेहतर तरीके से ऑप्टिमाइज़ करने में मदद करेंगे:

1. सर्च इंटेंट को समझें और टार्गेट करें

RankBrain का मुख्य काम सर्च इंटेंट (Search Intent) को समझना है। इसलिए, आपको यह समझना होगा कि आपके टार्गेट ऑडियंस किस प्रकार की जानकारी खोज रहे हैं। अपनी कंटेंट स्ट्रैटेजी को उपयोगकर्ताओं के इरादे के अनुसार ढालें:

  • इंफॉर्मेशनल इंटेंट: यदि यूजर्स जानकारी खोज रहे हैं, तो गाइड, ब्लॉग पोस्ट, FAQs जैसी सामग्री तैयार करें।
  • नेविगेशनल इंटेंट: अगर वे किसी ब्रांड या वेबसाइट पर जाना चाहते हैं, तो अपनी वेबसाइट की संरचना और नेविगेशन को सही रखें।
  • ट्रांजेक्शनल इंटेंट: यदि वे किसी सेवा या प्रोडक्ट को खरीदने के लिए सर्च कर रहे हैं, तो आपकी साइट पर स्पष्ट कॉल-टू-एक्शन (CTA) होना चाहिए।

उदाहरण: यदि कोई “Best DSLR Camera for Beginners” खोज रहा है, तो आपके ब्लॉग में इस विषय पर पूरी जानकारी होनी चाहिए, जिसमें कीमत, फीचर्स, और क्यों वह कैमरा शुरुआती लोगों के लिए सही है।

2. प्राकृतिक भाषा (Natural Language) का उपयोग करें

RankBrain की एक खासियत यह है कि यह कीवर्ड्स से ज्यादा कंटेंट के संदर्भ को समझने पर ध्यान देता है। इसलिए, कंटेंट में ऐसी भाषा का इस्तेमाल करें, जो सामान्य और उपयोगकर्ता की भाषा के अनुसार हो। कीवर्ड स्टफिंग से बचें और बातचीत की शैली में लिखें।

  • लॉन्ग-टेल कीवर्ड्स: यह लंबे और विशेष कीवर्ड्स होते हैं, जो वॉयस सर्च और प्राकृतिक भाषा के अनुरूप होते हैं। उदाहरण: “कैमरा खरीदने के लिए सबसे अच्छी वेबसाइट” जैसे लॉन्ग-टेल कीवर्ड्स का इस्तेमाल करें।

टिप: आपकी कंटेंट पेज उस सर्च क्वेरी से मेल खाती होनी चाहिए, जिसे उपयोगकर्ता सबसे अधिक सर्च करते हैं।

3. यूजर अनुभव (UX) को प्राथमिकता दें

RankBrain उपयोगकर्ताओं की क्लिक-थ्रू रेट (CTR), बाउंस रेट और ड्वेल टाइम (उपयोगकर्ता आपकी वेबसाइट पर कितनी देर तक रुकता है) जैसे संकेतकों पर ध्यान देता है। इसलिए, वेबसाइट को इस तरह डिज़ाइन करें कि यूजर अनुभव अच्छा हो:

  • स्पष्ट हेडलाइंस और सबहेडिंग्स: अपनी सामग्री को विभाजित करें ताकि उपयोगकर्ता आसानी से समझ सके कि कौन सी जानकारी कहां है।
  • त्वरित लोडिंग समय: साइट की स्पीड बढ़ाने पर ध्यान दें। एक धीमी वेबसाइट से उपयोगकर्ता तुरंत बाहर निकल सकते हैं।
  • मोबाइल-फ्रेंडली वेबसाइट: यह सुनिश्चित करें कि आपकी साइट मोबाइल पर भी सही ढंग से दिखाई देती हो, क्योंकि अधिकांश उपयोगकर्ता मोबाइल पर सर्च करते हैं।

4. कंटेंट की गुणवत्ता और गहराई

RankBrain क्वालिटी कंटेंट को प्राथमिकता देता है। गहराई से जानकारी दें और केवल सतही बातें न करें। आपके ब्लॉग या वेबसाइट पर ऐसा कंटेंट होना चाहिए जो उपयोगकर्ता की समस्या का समाधान कर सके।

  • लंबे फॉर्म कंटेंट: अगर विषय बड़ा है, तो उसे विस्तार से कवर करें। 2000+ शब्दों का कंटेंट गहराई प्रदान करता है और उपयोगकर्ताओं को लंबे समय तक रुकने के लिए प्रेरित करता है।
  • यथार्थ और प्रमाणित जानकारी: आपके ब्लॉग में दिए गए तथ्यों और जानकारी का सही और विश्वसनीय होना जरूरी है।

5. यूजर सिग्नल्स को मॉनिटर करें और सुधारें

RankBrain लगातार आपके पेज पर आने वाले उपयोगकर्ताओं के सिग्नल्स को मॉनिटर करता है। ये सिग्नल्स आपकी वेबसाइट की परफॉर्मेंस और रैंकिंग पर प्रभाव डालते हैं। इसलिए, निम्न सिग्नल्स पर नजर रखें और इन्हें सुधारें:

  • क्लिक-थ्रू रेट (CTR): अपनी मेटा डिस्क्रिप्शन और टाइटल टैग्स को ऑप्टिमाइज़ करें ताकि अधिक से अधिक लोग आपकी वेबसाइट पर क्लिक करें।
  • ड्वेल टाइम: यूजर्स को आपकी वेबसाइट पर ज्यादा देर तक रुकने के लिए प्रेरित करने के लिए दिलचस्प और इंटरैक्टिव कंटेंट का इस्तेमाल करें।
  • बाउंस रेट: अगर आपकी साइट पर यूजर्स तुरंत वापस चले जा रहे हैं, तो यह कंटेंट या डिज़ाइन से जुड़ी समस्या हो सकती है। इंटरनल लिंकिंग, आकर्षक डिज़ाइन और स्पष्ट जानकारी से इसे सुधारें।

6. वॉयस सर्च के लिए ऑप्टिमाइज़ेशन

वॉयस सर्च बढ़ने के साथ RankBrain यह भी देखता है कि उपयोगकर्ता कैसे और क्या पूछ रहे हैं। इसके लिए अपने कंटेंट को इस तरह ऑप्टिमाइज़ करें कि वॉयस सर्च के दौरान उपयोगकर्ताओं को सही जवाब मिल सके:

  • FAQ सेक्शन: सवाल-जवाब वाले सेक्शन जोड़ें, क्योंकि वॉयस सर्च ज्यादातर प्रश्नों के रूप में होती है।
  • संवादी भाषा: ऐसे कीवर्ड्स का इस्तेमाल करें जो यूजर सवालों में इस्तेमाल कर सकता है, जैसे “क्या”, “कैसे”, “क्यों” आदि।

7. लोकल सर्च और मोबाइल फ्रेंडली डिज़ाइन

अगर आपका ब्लॉग या वेबसाइट लोकल सर्च (स्थानीय खोज) से जुड़ी है, तो यह सुनिश्चित करें कि आपकी साइट मोबाइल पर भी अच्छी तरह से कार्य कर रही हो और Google My Business पर आपकी उपस्थिति हो। लोकल कीवर्ड्स का उपयोग करें और अपने ब्लॉग को लोकल ऑडियंस के अनुकूल बनाएं।


निष्कर्ष:

RankBrain के लिए ऑप्टिमाइज़ेशन का मतलब केवल SEO ट्रिक्स पर निर्भर रहना नहीं है। आपको उपयोगकर्ता के अनुभव, उसकी जरूरतों और उसकी सर्च इंटेंट को प्राथमिकता देना होगा। उच्च गुणवत्ता वाला कंटेंट, बेहतर यूजर एक्सपीरियंस, और प्राकृतिक भाषा के उपयोग से आप RankBrain एल्गोरिदम के अनुकूल अपनी वेबसाइट को ऑप्टिमाइज़ कर सकते हैं, जिससे आपकी वेबसाइट की सर्च रैंकिंग और ट्रैफिक में सुधार होगा।

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