लोकल न्यूज़ सिस्टम्स (Local News Systems) – Google Ranking Signal Series -7

लोकल न्यूज़ सिस्टम्स (Local News Systems) - Google Ranking Signal Series -7 1

लोकल न्यूज़ सिस्टम्स (Local News Systems) Google की रैंकिंग सिस्टम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, खासकर जब बात स्थानीय समाचारों की होती है। COVID-19 महामारी के दौरान यह स्पष्ट हो गया था कि लोकल समाचारों ने समुदायों को महत्वपूर्ण और रिलेवेंट जानकारी प्रदान करने में अहम भूमिका निभाई। ऐसे में, यह समझना जरूरी हो जाता है कि Google के रैंकिंग सिग्नल्स कैसे काम करते हैं और ये लोकल न्यूज़ वेबसाइटों को कैसे प्रभावित करते हैं।

यदि आप Google Ranking Signals के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो हम आपके लिए Google द्वारा शेयर किए गए Google Ranking Signal पर Series पेश करते हैं। इन संकेतों को समझना आपके SEO अभियान को मजबूत बनाने में मदद करेगा।

Google’s Core Ranking Systems

  1. BERT:  Bidirectional Encoder Representations from Transformers
  2. Crisis information systems
  3. Deduplication systems
  4. Exact match domain system
  5. Freshness systems
  6. Link analysis systems and PageRank
  7. Local news systems
  8. MUM
  9. Neural matching
  10. Original content systems
  11. Removal-based demotion systems
  12. Passage ranking system
  13. RankBrain
  14. Reliable information systems
  15. Reviews system
  16. Site diversity system
  17. Spam detection systems

इस ब्लॉग में हम चर्चा करेंगे कि कैसे Google के टूल्स और फीचर्स स्थानीय समाचारों को सपोर्ट करते हैं और वे कौन से रैंकिंग सिग्नल्स हैं जो लोकल न्यूज़ सिस्टम्स की रैंकिंग को प्रभावित करते हैं।

लोकल न्यूज़ सिस्टम्स (Local News Systems)

Local News Systems गूगल का एक रैंकिंग सिग्नल है जो विशेष रूप से लोकल (स्थानीय) न्यूज़ कंटेंट को प्रमोट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस सिस्टम का उद्देश्य स्थानीय समाचारों को उन यूजर्स के लिए अधिक रिलेवेंट और उपलब्ध बनाना है जो किसी विशेष क्षेत्र, शहर, या राज्य से संबंधित जानकारी की खोज कर रहे हैं।

Local News Systems की मुख्य बातें:

  1. स्थानीय समाचारों की प्राथमिकता: जब भी कोई यूजर “न्यूज़ नियर मी” या अन्य लोकल कीवर्ड्स से संबंधित सर्च करता है, तो Google का Local News System यह सुनिश्चित करता है कि यूजर्स को उनके स्थान के आधार पर सबसे रिलेवेंटऔर विश्वसनीय लोकल न्यूज़ स्रोत दिखाए जाएं।
  2. ट्रिगर-बेस्ड सिस्टम: यह एक ट्रिगर-बेस्ड रैंकिंग सिग्नल है। जब गूगल के सिस्टम यह पहचानते हैं कि किसी विशेष खोज के लिए लोकल न्यूज़ की आवश्यकता है, तो यह ऑटोमेटिकली लोकल न्यूज़ कंटेंट को सर्च रिजल्ट्स में प्रमोट करता है।
  3. अथॉरिटेटिव लोकल न्यूज़ साइट्स: केवल वे लोकल न्यूज़ वेबसाइट्स जो अथॉरिटेटिव और विश्वसनीय हैं, उन्हें इस सिस्टम से ट्रैफिक मिलता है। यानी कि जो वेबसाइट्स हाइपरलोकल कंटेंट पर केंद्रित होती हैं और जिनकी अथॉरिटी ज्यादा होती है, वे Google द्वारा लोकल न्यूज़ सिस्टम में प्रमुखता से दिखाई जाती हैं।
  4. चार मुख्य पैरामीटर्स: Google चार प्रमुख फैक्टर्स के आधार पर यह निर्णय करता है कि लोकल न्यूज़ दिखानी है या नहीं:
    • यूजर्स की सर्च हिस्ट्री: यूजर्स ने पहले कौन-कौन से सर्च किए हैं।
    • सर्च किए जाने वाले फ्रेज की हिस्ट्री: किसी विशेष वर्ड या फ्रेज की पहले कितनी बार सर्च हुई है।
    • सर्च लैंग्वेज: उपयोगकर्ता की भाषा प्राथमिकता।
    • सर्च करने वाले की लोकेशन: उपयोगकर्ता की भौगोलिक स्थिति।
  5. लोकल न्यूज़ कारसेल: Google ने लोकल न्यूज़ को सर्च रिजल्ट्स में और अधिक प्रमुखता देने के लिए एक लोकल न्यूज़ कारसेल फीचर भी लॉन्च किया है। यह कारसेल तब दिखाई देता है जब कोई यूजर्स किसी विशेष क्षेत्र की खबरों की खोज करता है।
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Local News Systems के लाभ:

  • स्थानीय पब्लिशर्स के लिए बेनिफिट: यह सिस्टम छोटे और मीडियम आकार के लोकल न्यूज़ पब्लिशर्स को बड़े न्यूज़ पब्लिशर्स के साथ प्रतिस्पर्धा करने का अवसर प्रदान करता है।
  • यूजर इंगेजमेंट में सुधार: यूजर्स को रिलेवेंट और स्थान-विशिष्ट खबरें मिलती हैं, जिससे उनकी वेबसाइट पर इंगेजमेंट बढ़ती है।
  • ऑथेंटिकेशन और विश्वसनीयता में वृद्धि: Google की यह पहल केवल ऑथोरिटेटिव न्यूज़ वेबसाइट्स को बढ़ावा देती है, जिससे उपयोगकर्ताओं को विश्वसनीय और सटीक जानकारी मिलती है।

लोकल न्यूज़ के लिए Google रैंकिंग सिग्नल

Content Relevance and Freshness

Google का एल्गोरिदम विशेष रूप से यह सुनिश्चित करता है कि जो सामग्री दिखाई जाए वह यूजर्स के लिए रिलेवेंट हो। स्थानीय समाचारों के मामले में, यह सामग्री की Relevancy और Freshness को प्राथमिकता देता है।

  • न्यूज़ नियर मी (News Near Me) की वृद्धि: पिछले पांच वर्षों में “News near me” जैसी सर्च क्वेरी तीन गुना बढ़ गई है। यह दर्शाता है कि लोग अब पहले से अधिक स्थानीय समाचार खोज रहे हैं। इस ट्रेंड को देखते हुए, Google ने सर्च में “लोकल न्यूज़ स्टोरीज़” के लिए एक नया कारसेल फीचर शुरू किया है जो स्थानीय समाचार कवरेज को तेजी से खोजने में मदद करता है।
  • हाइपरलोकल कंटेंट: हाइपरलोकल समाचारों का मतलब है कि न्यूज़ वेबसाइटें उन कहानियों पर ध्यान केंद्रित करती हैं जो छोटे क्षेत्रों, जैसे शहर, कस्बे या पड़ोस के लिए महत्वपूर्ण हैं। उदाहरण के लिए, अमर उजाला जैसी वेबसाइटें उत्तराखंड, हिमाचल, और हरियाणा के छोटे क्षेत्रों के समाचारों को कवर करती हैं।

Site Authority and Hub Pages

Google का रैंकिंग एल्गोरिदम Website credibility and authority पर आधारित होता है। अथॉरिटी बढ़ाने के लिए “हब पेजेस” से लिंक प्राप्त करना एक महत्वपूर्ण रणनीति है। हब पेजेस वे पेज होते हैं जो अन्य विश्वसनीय पेजों के लिंक देते हैं।

अथॉरिटेटिव लोकल न्यूज़ वेबसाइट्स: ऐसी लोकल न्यूज़ वेबसाइटें जो अपने कंटेंट और रिपोर्टिंग के लिए जानी जाती हैं, उन्हें Google पर उच्च रैंकिंग मिलती है। यदि कोई हब पेज एनडीटीवी जैसी नेशनल वेबसाइट को लिंक कर रहा है, तो वही पब्लिकेशन अमर उजाला जैसी लोकल न्यूज़ वेबसाइट को लिंक करे, तो इसका उनकी रैंकिंग पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

यूजर्स का अनुभव और पेज स्पीड (User Experience and Page Speed)

यूजर्स अनुभव (User Experience) Google रैंकिंग में एक बड़ा फैक्टर है। वेबसाइट की पेज स्पीड, मोबाइल फ्रेंडलीनेस, और इंटरफ़ेस का यूजर -फ्रेंडली होना बेहद जरूरी है।

Core Web Vitals: Google Core Web Vitals, पेज लोड समय, इंटरैक्टिवनेस, और लेआउट शिफ्ट को मापता है। ये Indicator सीधे तौर पर वेबसाइट की रैंकिंग को प्रभावित करते हैं।

जियोलोकेशन और यूजर बिहेवियर सिग्नल्स (Geolocation and User Behavior Signals)

Google यह भी देखता है कि यूजर्स का जियो-बिहेवियर (Geo-Behavior) और लोकेशन सिग्नल क्या है। अगर कोई यूजर किसी विशेष स्थान से समाचार की खोज कर रहा है, तो Google उसी के अनुसार लोकल समाचार दिखाता है।

  • स्थान आधारित कीवर्ड्स: जैसे “मुंबई में मौसम,” “दिल्ली की ताजा खबरें,” आदि। ये कीवर्ड्स Google को संकेत देते हैं कि स्थानीय समाचार दिखाने की आवश्यकता है।
  • यूजर हिस्ट्री और सर्च पैटर्न: Google सर्च क्वेरीज़ के इतिहास, सर्च की भाषा, और लोकेशन के आधार पर भी लोकल न्यूज़ दिखाने का निर्णय लेता है।

नई सुविधाएं और टूल्स (New Features and Tools for Local News)

Google ने हाल ही में कुछ नए फीचर्स और टूल्स लॉन्च किए हैं जो लोकल न्यूज़ पब्लिशर्स को पाठकों से जुड़ने में मदद करते हैं।

  • लोकल न्यूज़ कारसेल: यह फीचर COVID-19 सर्च के लिए लॉन्च किया गया था और अब इसे सभी भाषाओं और स्थानों पर विस्तारित किया जा रहा है। इससे पाठक स्थानीय समाचारों तक तेजी से पहुंच सकते हैं।
  • नए डेटा टूल्स: Google ने पत्रकारों के लिए नए डेटा टूल्स भी पेश किए हैं जैसे कि Census Mapper, जो Local demographic data को विज़ुअलाइज़ करने में मदद करता है। यह टूल पत्रकारों को डेटा का उपयोग करके और भी गहराई से कहानियां बनाने में सक्षम बनाता है।

सोशल मीडिया और लोकल इंफॉर्मेशन (social media and Local Information)

Google अब सोशल मीडिया से लोकल न्यूज की जानकारी को भी सर्च रिजल्ट्स में दिखा रहा है। इसमें लोकल न्यूज ऑथोरिटी और ऑथर्स के ट्वीट्स शामिल हैं, जो लोकल मुद्दों पर अधिक जानकारी प्रदान कर सकते हैं।

Google News Showcase और Local News Publishers के लिए इसके फायदे

Google ने लोकल न्यूज़ पब्लिशर्स के साथ जुड़ाव बढ़ाने और उन्हें अपनी कहानियों को व्यापक दर्शकों तक पहुंचाने में मदद करने के लिए Google News Showcase शुरू किया है। यह एक ऐसा मंच है जहां पब्लिशर्स अपनी कहानियों को कस्टम पैनल्स के माध्यम से प्रदर्शित कर सकते हैं।

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  • कस्टम पैनल्स: ये पैनल्स पब्लिशर्स को अपनी प्रमुख कहानियों को हाइलाइट करने, महत्वपूर्ण तथ्यों पर जोर देने और मल्टीमीडिया कंटेंट जैसे फोटो और वीडियो जोड़ने की अनुमति देते हैं। यह उपयोगकर्ताओं के साथ अधिक इंटरएक्टिव अनुभव प्रदान करता है और समाचार पब्लिशर्स के लिए अधिक क्लिक और इंप्रेशन में बदल सकता है।
  • मोनिटाइज़ेशन के अवसर: News Showcase पब्लिशर्स को उनके कंटेंट के लिए पेमेंट भी प्रदान करता है, जो विशेष रूप से छोटे और मध्यम आकार के लोकल न्यूज़ पब्लिशर्स के लिए फायदेमंद हो सकता है।

लोकल न्यूज़ SEO में सुधार के लिए Tips

लोकल न्यूज़ वेबसाइटों के लिए, SEO की रणनीतियाँ थोड़ी अलग और अधिक लक्षित होनी चाहिए। यहाँ कुछ प्रमुख टिप्स दिए गए हैं जो लोकल न्यूज़ वेबसाइट्स की Google रैंकिंग को सुधारने में सहायक हो सकते हैं:

  • लोकल कीवर्ड रिसर्च: लोकल कीवर्ड्स का उपयोग करके अपनी कंटेंट रणनीति बनाएं। उदाहरण के लिए, “मुंबई समाचार,” “बेंगलुरु की ताज़ा खबरें,” आदि। गूगल ट्रेंड्स और अन्य कीवर्ड रिसर्च टूल्स का उपयोग करके यह जानें कि आपके target Areas में कौन-कौन से कीवर्ड्स लोकप्रिय हैं।
  • लोकल बैकलिंक्स प्राप्त करें: बैकलिंक्स अभी भी एक महत्वपूर्ण रैंकिंग सिग्नल हैं। लोकल न्यूज़ वेबसाइट्स के लिए, अन्य लोकल वेबसाइट्स, ब्लॉग्स, और फोरम्स से बैकलिंक्स प्राप्त करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह लोकल SEO को मजबूत करने में मदद करेगा।
  • Google My Business का उपयोग करें: Google My Business (GMB) पेज सेटअप और ऑप्टिमाइज़ करें। सुनिश्चित करें कि आपके GMB प्रोफाइल में सही जानकारी, जैसे कि नाम, पता, फोन नंबर (NAP) और बिजनेस ऑवर्स दी गई हों।
  • सार्वजनिक इवेंट्स और स्थानीय सामुदायिक गतिविधियों को कवर करें: लोकल न्यूज़ वेबसाइट्स के लिए, सामुदायिक इवेंट्स, त्योहार, या अन्य स्थानीय गतिविधियों पर लिखना और रिपोर्टिंग करना एक अच्छा तरीका हो सकता है अपनी वेबसाइट की लोकल ऑथोरिटी बढ़ाने के लिए।

Google Discover के लिए Content Optimization

Google Discover एक और महत्वपूर्ण प्लेटफ़ॉर्म है जहाँ से लोकल न्यूज़ पब्लिशर्स को ऑर्गेनिक ट्रैफिक मिल सकता है। Google Discover एक फीड की तरह है जो उपयोगकर्ता के ब्राउज़िंग व्यवहार के आधार पर कंटेंट को कस्टमाइज़ करता है।

वीडियो और मल्टीमीडिया कंटेंट का उपयोग करें: वीडियो औरHigh-quality वाली इमेज का उपयोग Discover में अच्छी रैंकिंग प्राप्त करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यूजर्स की रुचि के अनुसार, वीडियो और इन्फोग्राफिक्स को शामिल करना आपकी न्यूज़ कहानियों की विजिबिलिटी को बढ़ा सकता है।

AI और मशीन लर्निंग का उपयोग (Using AI and Machine Learning for Local News)

हालांकि आपने AI टूल्स के उपयोग से बचने का उल्लेख किया था, लेकिन यह बताना भी महत्वपूर्ण है कि कैसे AI और मशीन लर्निंग तकनीकों का उपयोग डेटा विश्लेषण और हाइपरलोकल ट्रेंड्स का पता लगाने में किया जा सकता है। AI-आधारित डेटा एनालिसिस टूल्स, जैसे कि Google का Common Knowledge Project, पब्लिशर्स को डेटा-संचालित रिपोर्टिंग में सहायता करते हैं, जिससे वे स्थानीय समाचारों के लिए अधिक सटीक और जानकारीपूर्ण सामग्री बना सकते हैं।

User Engagement और यूजर जर्नी को ऑप्टिमाइज़ करना

पाठकों के साथ गहरा संबंध बनाना और उनकी आवश्यकताओं को समझना, लोकल न्यूज़ वेबसाइट्स के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीति है।

  • कंटेंट पर्सनलाइजेशन: AI और मशीन लर्निंग टूल्स के उपयोग से Reader engagement को बढ़ावा दिया जा सकता है, जैसे कि पर्सनलाइज़्ड न्यूज़ फीड, यूजर्स की पूर्व सर्च हिस्ट्री के आधार पर समाचार सुझाव देना, आदि।
  • यूजर जर्नी मैपिंग: अपनी वेबसाइट की संरचना और नेविगेशन को सरल और स्पष्ट रखें ताकि यूजर्स आसानी से मनचाही खबर तक पहुँच सकें।

निष्कर्ष

Google रैंकिंग सिग्नल बहुत जटिल हैं और लगातार बदलते रहते हैं। हालांकि, उपरोक्त टिप्स का पालन करके आप अपनी स्थानीय समाचार वेबसाइट को Google पर बेहतर रैंक कर सकते हैं।

लोकल न्यूज़ सिस्टम्स और Google के अन्य रैंकिंग सिग्नल्स को समझना और उन्हें अपनी SEO Strategies में जोड़ना आवश्यक है। सही Tools and strategies के उपयोग से लोकल न्यूज़ वेबसाइट्स Google की रैंकिंग में सुधार कर सकती हैं। चाहे वह Google News Showcase हो, लोकल बैकलिंकिंग हो, या Discover कंटेंट ऑप्टिमाइजेशन, हर पहलू आपके SEO गेम को सुधारने के लिए महत्वपूर्ण है।

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